हाइड्रोसेफ़लस- बच्चे का सिर बड़ा होना
hydrocephalus in hindi→ हाइड्रोसेफ़लस सिर (मस्तिष्क ) में जमे पानी के रूप में भी जाना जाता है, जो एक बीमारी की स्थिति है
→जिसमें मस्तिष्क के वेंट्रीकल या कोटरों में मस्तिष्कमेरु द्रव ( CSF ) का असामान्य जमाव हो जाता है। यह सिर के अन्दर अत्यधिक दिमागी दबाव डालता है हाइड्रोसेफ़लस से मौत भी हो सकती है।
→सामान्य तौर पर यह CSF द्रव हमारे सिर में वेंट्रीकल के अंदर रोज बनता है और रोज रीड के हड्डी के अंदर पुनर्अवशोषण ( reabsorb ) हो जाता है
→कभी-कभी CSF द्रव अवशोषण या उत्पादन के बीच असंतुलन के कारण सिर में वृद्धि होती है और इस कारण द्रव दिमागी दबाव डालता है
→द्रव की वजह से मस्तिष्क ( दिमाग ) का संपीड़न (सिकुड़ना) हो जाता है और बच्चे का दिमाग के विकास नहीं हो पाता
→हाइड्रोसेफ़लस -यह बीमारी मां के पेट में भ्रूण को भी हो सकती है इसकी वजह से भ्रूण का मां के पेट में सिर बड़ा हो जाता है और इसका पता हम अल्ट्रासाउंड से लगा सकते हैं
baby ke sir me pani bharna vedio- 9999
हाइड्रोसेफ़लस के प्रकार
1. गैर-संचारी हाइड्रोसेफ़लस (Non-communicating ) - मस्तिष्क के वेंट्रीकल से लेकर रीड के हड्डी के भीतर कहीं भी CSF द्रव का प्रवाह में रुकावट के कारण
2. संचारी हाइड्रोसेफ़लस (communicating )-एक कारण यह भी हो सकता है मस्तिष्क के वेंट्रीकल या कोटरों में मस्तिष्कमेरु द्रव ( CSF ) का अत्यधिक उत्पादन होना
दूसरा कारण यह भी हो सकता है मस्तिष्कमेरु द्रव ( CSF) का रीड की हड्डी के अंदर पुनर्अवशोषण ना होना
कारण ( वजह )
1. जन्मजात हाइड्रोसेफ़लस ( जन्म से पहले या जन्म के समय )
प्रेगनेंसी के दौरान इन्फेक्शन जैसे रूबेला, साइटोमेगालोवायरस, टॉक्सोप्लास्मोसिस,
सिर के अंदर रक्तस्राव
जन्मजात सिर के अंदर वेंट्रीकल्स की नलियों में विकृति (रुकावट) होना
या मस्तिष्क में ट्यूमर
2. जन्म के बाद हाइड्रोसेफ़लस कारण
इंट्राक्रैनील ट्यूमर और सिर की चोट लगने से,
लंबे समय से मस्तिक में इन्फेक्शन होना जैसे मेनिनजाइटिस, टीवी आदि
संकेत और लक्षण
1. भ्रूण ( बच्चा मां के पेट में )- सिर ( खोपड़ी ) की परिधि में वृद्धि होना यानी सिर बड़ा होता है चेहरे की तुलना में2. शिशु
→शिशु के चेहरे की तुलना में सिर अत्यधिक बड़ा होता है
→शिशु का चिड़चिड़ापन होना
→शिशु को दौरे आना
→शिशु के सिर की हड्डीया पतली और हड्डी के जोड़ का नहीं जुड़ना जिसके कारण एक क्रैक मटकी के समान ध्वनि उत्पन्न करती है
→शिशु का हाई पिच के साथ रोना जैसे आंखें बंद करके जोर-जोर से रोना
→शिशु को उल्टी होना
3. बड़े बच्चों में उत्पन्न होने वाले संकेत और लक्षण
→तीव्र ध्वनि सहित रोना
→बच्चे की याददाश्त या तर्क की क्षमता में कमी और सोचने में परिवर्तन
→सिरदर्द
→व्यवहार में बदलाव- जैसे सुस्ती और चिड़चिड़ापन
→मूत्राशय पर नियंत्रण में अक्षमता (मूत्र असंयम)
→चलने में परेशानी
→मांसपेशी सस्तम्भता (ऐंठन)
→धीमी वृद्धि ( लंबाई ) (0-5 साल का बच्चा)
→धीरे शारीरिक विकास या सीमित गतिविधि
→उल्टी होना
→यदि यह बीमारी लंबे समय तक रहती है तो उसको दौरे पड़ना जैसे मिर्गी
हाइड्रोसेफ़लस बीमारी की जांच
→ सीटी स्कैन करके पता कर सकते हैं
→ m.r.i.स्कैन करके पता कर सकते हैं
→ मां के पेट में भ्रूण की अल्ट्रासाउंड करके पता कर सकते हैं
चिकित्सा व्यवस्था
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शल्य चिकित्सा प्रबंधन (सर्जरी या ऑपरेशन )
1. वी.पी. शंट (वेंट्रिकुलोपेरिटोनियल शंट)- इस ऑपरेशन के द्वारा हमारे सिर के वेंट्रीकल से एक पतला पाइप हमारे पेट के अंदर लाकर डाल देते हैं जिसके कारण जो हमारे सिर के अंदर मस्तिष्कमेरु द्रव ( CSF ), वह उस पाइप के द्वारा हमारे पेट के अंदर आ जाता है और हमारे सिर का जो अत्यधिक दबाव है इस ऑपरेशन के कारण वह कम हो जाता है
2. वी.ए. शंट- इस ऑपरेशन के द्वारा हमारे सिर के वेंट्रीकल से एक पतला पाइप हमारे दिल ( हर्ट ) के अंदर लाकर डाल देते हैं
3. वी.पी. शंट -इस ऑपरेशन के द्वारा हमारे सिर के वेंट्रीकल से एक पतला पाइप हमारे फेफड़े के अंदर लाकर डाल देते हैं
ऑपरेशन से पहले किन किन बातों का ध्यान रखें
1. रोगी के खान पीन की निगरानी करें, क्योंकि ऑपरेशन के 6 घंटे पहले रोगी को कुछ नहीं खाना पीना देना है
2. सिर को बार-बार बदलना
ऑपरेशन के बाद किन किन बातों का ध्यान रखें
1. महत्वपूर्ण संकेतों और तंत्रिका संबंधी संकेतों की निगरानी करें।
2. शंट वाल्व पर दबाव ना आने दे, बच्चे को ऑपरेशन की दूसरी साइड सोने दे
3. मस्तिष्कमेरु द्रव में तेजी से कमी से बचने के लिए बच्चे को बताए अनुसार सपाट रखें।
4. बच्चे के बढ़े हुए अत्यधिक दिमागी दबाव का निरीक्षण करें- यदि अत्यधिक दिमागी दबाव में वृद्धि हुई है, तो शंट के माध्यम से गुरुत्वाकर्षण प्रवाह को बढ़ाने के लिए बच्चे के बिस्तर के सिर को 15 से 30 डिग्री तक ऊपर उठाएं।
5. सिर परिधि को मापें।
6. संक्रमण के लक्षणों की पहचान करें और जल निकासी के लिए नियमित रूप से ड्रेसिंग का आकलन करें।
7. रोगी के खान -पीन की निगरानी करें।
8. माता-पिता ध्यान दें कि शंट संक्रमण या खराबी को कैसे पहचाना जाए, ऑपरेशन के बाद जब घर जाएं तो डॉक्टर से जरूर बात करें, और जानकारी प्राप्त करें।
रोगी को डॉक्टर के बताए अनुसार हॉस्पिटल में चेकअप कराएं कि शंट का स्थान नॉर्मल काम कर रहा है या नहीं या कोई और प्रॉब्लम तो नहीं हो रही
9. संकेत शंट की खराबी या संक्रमण को कैसे पहचाने -
1. शिशु-
→शिशु का चिड़चिड़ापन होना
→शिशु को दौरे आना
→शिशु का हाई पिच के साथ रोना
→शिशु को उल्टी होना
2. बच्चा- भूख न लगना और सिरदर्द शंट की खराबी के शुरुआती सामान्य लक्षण हैं।
10. ऑपरेशन के बाद पहले 24 घंटे के दौरान तरल पदार्थ को प्रतिबंधित करें
ऑपरेशन के कारण क्या क्या प्रॉब्लम हो सकती है यानी कॉम्प्लिकेशन ऑपरेशन के
डॉक्टर को सूचित करें यदि आपको यह संकेत मिलते हैं तो
1. शंट टयूबिंग ऑपरेशन के द्वारा डाला गया है उसका किंकिंग, अलग होना,अवरुद्ध के कारण प्लगिंग ( तनाव ) करना
2. संक्रमण जो मुख्य रूप से सर्जरी के 2 महीने बाद होता है
3. तेज बुखार आए संक्रमण के कारण
4. बच्चे का बेहोश हो जाना
5. शिशु का अगर फॉन्टानेल धँसा हो जाता है
Sir agar jaise vp shunt dala hua h to bacche ko bhukh kam lagti h to usk liye kya krna chahiye or sir isse or koi dikkat ho to batan sir
जवाब देंहटाएंBhukh se es ka koi relation nhi h, but aap ruten cheekap jarur karana time to time dr. se
हटाएंSir baby ki shunt surjry ho chuki h .or baby one year ka h.ab hamne city scan karwaya h.usme dr. Ne kha h ke brain bana he nai h.or baby abi palti nai marti or na he bath pati h na he crowl kar pati h .hame kya karna chiye.please and. Me
जवाब देंहटाएंMuje operation krbana h baby Ka mre Jo bs 3 month Ka h Sant dalbana h but aims m bed available nhi AISA kh rhe h
जवाब देंहटाएंsir meri beti 9 mahine ki hai uska dimag me pani bhar gaya hai isko operation karne se thik ho jayegi ya nahi
जवाब देंहटाएंThese standards might incorporate; first limiting actual danger to a kid. This rule is pointed toward keeping this youngsters from going through extreme some actual difficulties they might experience at a later phase of their advancement for example where the surgery was wrongly done and another should be done.Since the nerves can presently don't fill in those spaces then it turns into a major issue to deal with among the people in question. Motiva breast implant
जवाब देंहटाएंSir if during pregnancy we found that baby is suffered from hydrocephalus than if we surgery when born how many chances of success
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